सफेद मूसली रूट - हजार मुली Asparagus Adscendens
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सफ़ेद मूसली क्या है? –सफेद मूसली का वैज्ञानिक नाम क्लोरोफाइटम बोरीविलियेनम है। यह प्रमाणित के लिलियासी परिवार से संबंधित है। यह भारत का एक प्रसिद्ध औषधीय पौधा है और इसे भारतीय चिकित्सा पद्धति में 'व्हाइट सोना' और 'दिव्य औषधि' भी माना जाता है। इसके अलावा पारंपरिक आयुर्वेदिक, ग्रीक, होम्योपैथिक और एलोपैथिक चिकित्सा पद्धति का भी उपयोग किया जाता है।सफेद मूसली के फायदेसफेद मूसली में पाए जाने वाले औषधीय गुण इसे फायदेमंद बनाते हैं। यहां हम सफेद मूसली के इन्हीं फायदों के बारे में बता रहे हैं। साथ ही ध्यान देने वाली बात यह है कि सफेद मूसली आयुर्वेदिक औषधि है, इसलिए इसका प्रयोग आयुर्वेदिक डॉक्टर की सलाह पर ही करना चाहिए। बिना डॉक्टर के निर्देश के इसे लेने पर फायदे की जगह नुकसान हो सकता है।
1. ऊर्जा व रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने के लिए सफेद मूसली के लाभ
अक्सर बीमार रहना और जल्दी ठीक न होना कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता की ओर इशारा करता है। इस समस्या को दूर करने के लिए सफेद मूसली का उपयोग फायदेमंद हो सकता है। इसकी पुष्टि करने के लिए डॉक्टरों ने मछलियों पर प्रयोग किया था। एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफार्मेशन) की वेबसाइट पर इस शोध पेपर के अनुसार, सफेद मूसली का उपयोग करने से मछलियों में प्रतिरक्षा संबंधी जीन बूस्ट हुए थे। इसके अलावा, यह शरीर में ऊर्जा का संचार करने में भी फायदेमंद हो सकती है। इस शोध के अंत में यह भी कहा गया है कि सफेद मूसली किन कंपाउंड के चलते इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने में मदद करत है, उस पर और अध्ययन की जरूरत है
2. वजन बढ़ाने में मूसली के फायदेशरीर का औसत से कम वजन कमज़ारी का कारण बन सकता है। वहीं, सफेद मूसली का उपयोग वजन बढ़ाने में मदद कर सकता है। एक शोध में पाया गया कि सफेद मूसली का अर्क वजन बढ़ाने में आश्चर्यजनक हो सकता है। जब इसके रेस्तरां के एथेनॉलिक आर्क का उपयोग किया गया, तो उत्पत्ति पर सकारात्मक प्रभाव पाया गया। साथ ही शोध से पता चला कि एथेनॉलिक आर्क वजन बढ़ाने में भी कमाल का हो सकता है । इस संबंध में और अध्ययन करना बाकी है।
3. एंटीइंफ्लेमेटरी गुण
सफेद मूसली के गुण में उसके एंटीइंफ्लेमेटरी प्रभाव भी शामिल हैं। कई बार पुरानी सूजन तकलीफ का कारण बन सकती है। इस समस्या को कुछ कम करने के लिए सफेद मूसली फायदेमंद हो सकती है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध में पाया गया कि सफेद मूसली में पाए जाने वाले सैपोनिन में एंटीफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। यह गुण पुरानी सूजन और इसके कारण होने वाले दर्द के साथ ही गठिया जैसी समस्या को दूर करने में फायदेमंद हो सकता है
4. गर्भावस्था में फायदेमंद सफेद मुसली के गुण
गर्भावस्था में कई प्रकार के पोषक तत्वों की जरूरत होती है, जो मां और होने वाले शिशु के लिए जरूरी है। सफेद मूसली का सेवन भी गर्भावस्था में फायदेमंद हो सकता है। ऐसे समय में इस जड़ी-बूटी का सेवन भ्रूण और मां दोनों के लिए टॉनिक के रूप में काम कर सकता है। इसके अलावा, सफेद मूसली का सेवन करने से प्रसव के दौरान शरीर में कम होने वाले तरल पदार्थ की आशंका से बचा जा सकता है । गर्भावस्था में सफदे मूसली का उपयोग करने से पहले चिकित्सक की सलाह जरूर लें।
5. मधुमेह की समस्या को दूर करने के लिए वाइट मूसली के फायदे
रक्त में शुगर का स्तर बढ़ना मधुमेह की समस्या का कारण बन सकता है। ऐसी किसी भी तरह की अवस्था से बचने के लिए सफेद मूसली का सहारा लिया जा सकता है। रक्त में मौजूद ग्लुकोज के स्तर को नियंत्रित करने के लिए सफेद मूसली के लाभ देखे जा सकते हैं। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित चूहों पर किए गए एक शोध में पाया गया कि सफेद मूसली के अर्क में एंटी-डायबिटिक व एंटीहाइपरग्लाइसेमिक गुण पाए जाते हैं। इस गुणों के कारण से मधुमेह की समस्या से बचने में मदद मिल सकती है। साथ ही सफेद मूसली शरीर में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस की आंशका को भी खत्म करने में मदद कर सकती है । ध्यान रहे कि मधुमेह से ग्रस्त मरीज को इसका सेवन डॉक्टर से पूछकर ही करना चाहिए।
6. बांझपन और नपुंसकता में सफेद मूसली के लाभ
बांझपन और नपुंसकता जैसी समस्या से बचाने में भी सफेद मूसली प्रभावी औषधि की तरह काम कर सकती है। वहीं, अगर कोई इस समस्या से ग्रस्त है, तो उसे कुछ हद तक लाभ हो सकता है। कई वैज्ञानिकों ने चूहों पर सफेद मूसली का परीक्षण कर बांझपन और नपुंसकता की समस्या को दूर करने का दावा किया है। उन्होंने इस शोध में पाया कि सफेद मूसली में पाया जाने वाला एंटीऑक्सीडेंट गुण प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में फायदेमंद हो सकता है। साथ ही स्पर्म यानी शुक्राणुओं की गुणवत्ता को बेहतर कर सकता है
7. सफेद मूसली बेनिटिट्स से वजन कम करेंअधिक वजन और मोटापा कई स्थिर कारण बन सकते हैं। इस समस्या को सफेद मूसली के उपयोग से दूर किया जा सकता है। जी हां, सफेद मूसली जहां एक ओर कई शारीरिक समस्याओं को कम करने में हानिकारक हो सकती है, वहीं दूसरी ओर कई मामलों में इसका उपयोग वजन कम करने और मोटापे को दूर करने के लिए भी किया जा सकता है। एक शोध के अनुसार, इसमें एंटीबायोटिक सिटी गुण पाए जाते हैं। पाया जाने वाला यह गुणात्मक मोटापा और बढ़ते वजन को कम करने में कमाल हो सकता है
8. तनाव को कम करने के लिए सफेद मूसली के फायदेसफेद मूसली के गुण के कारण इसका उपयोग तनाव से भी कम किया जा सकता है। कट्टरपंथियों की वेबसाइट पर प्रकाशित शोध में पाया गया कि सफेद मूसली की जड़ में एंटीस्ट्रेस और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। पाया जाने वाला एंटीस्ट्रेस गुण जहां एक ओर तनाव की स्थिति को कम करने में खतरनाक हो सकता है, वहीं दूसरी ओर इसके एंटीऑक्सीडेंट गुण का इस्तेमाल ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के कारण होने वाले स्ट्रेंथ के उपचार के लिए किया जा सकता है।
9. दस्त की समस्या में सफेद मुसली बेनिफिट्स
कई बार खराब खान-पान के चलते दस्त की समस्या हो सकती है। इस समस्या को दूर करने के लिए भी सफेद मूसली फायदेमंद हो सकती है। सफेद मूसली का उपयोग औषधि के रूप में दस्त को ठीक करने के लिए चिकित्सक की सलाह से किया जा सकता है । हालांकि, इसका कौन-सा गुण दस्त को दूर करता है, यह शोध का विषय है।
10. गठिया और जोड़ों के दर्द में सफेद मूसली के लाभ
गठिया व जोड़ों में सूजन से बचने के लिए सफेद मूसली का इस्तेमाल किया जा सकता है। चुहों पर किए गए शोध को एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित किया गया है। इसमें पाया गया कि सफेद मूसली की जड़ों में सैपोनिन नामक कंपाउंड पाया जाता है। सैपोनिन में एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटी-अर्थराइटिस गुण होते हैं। जैसा कि हमने ऊपर बताया कि एंटीइंफ्लेमेटरी गुण गठिया की सूजन के कारण होने वाले दर्द से बचाने में फायदेमंद हो सकते हैं। वहीं, इसमें पाया जाने वाला एंटी-अर्थराइटिस गुण इस समस्या में लाभदायक हो सकता है। जिन्हें अर्थराइटिस की समस्या है, उन्हें सफदे मूसली से कुछ हद तक फायदा हो सकता है