दारुहरिद्रा को हिंदी में दारुहलदी, अंग्रेजी में इण्डियन बर्बेरी और दार्वी, दारुहरिद्रा कहा जाता है। प्रत्येक प्रांत की अपनी भाषा होती है, जिस वजह से उसे अलग नाम से जाना जाता है। दारुहरिद्रा का औषधीय रूप में प्रयोग हर प्रांत में किया जाता है। इसके उपयोग से करई रोगों का निदान होता है।