हराद चोटी - काली हराद Terminalia Chebula (हरड़)
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हरड़ एक आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है, जो त्रिफला चूर्ण का एक अंग है। इसके सेवन से कई प्रकार के स्वास्थ्य लाभ होते हैं। इसे हरीतकी भी कहते हैं। इसका नियमित रूप से सेवन करने से उम्र लंबी होती है। आयुर्वेद में कई दावाओं में इसका उपयोग किया जाता है। बालों के लिए भी यह काफी फायदेमंद होता है। हरड़ का इस्तेमाल बुखार, पेट फूलना, उल्टी, पेट में गैस और बवासीर जैसी समस्याओं से राहत दिलाने में किया जाता है।
हरड़ के फायदे (Harad Benefits in Hindi)
1 माना जाता है कि हरड़ अधिकांश रोगों का हरण करने की क्षमता वाली होती है, इसलिए इसे हरीतकी कहा जाता है। हरड़ पेट को साफ करने और पाचन तंत्र को सुधार कर इसे मजबूत करने के लिए जानी जाती है। आयुर्वेद के अनुसार, यह जड़ी-बूटी खाए गए पोषक तत्वों का अच्छे से समावेश कर शरीर को स्वस्थ बनाती है। इसके अलावा यह जड़ी बूटी शरीर को डिटॉक्स कर (विशेष रूप से पेट को), वजन कम करने में भी मददगार साबित होती है।
2 यौन समस्याओं से परेशान हैं, तो इसके लिए आप हरड़ का इस्तेमाल कर सकते हैं। लेकिन अधिक समय तक हरड़ का सेवन करने से नुकसान भी हो सकता है, ऐसे में आयुर्वेदाचार्य से सलाह लेकर ही सेवन करें। हरड़ यौन ऊर्जा को बढ़ाता है। इसके लिए आपको रोजाना 1 से 2 ग्राम हरड़ एक महीने तक खाना होगा।
3 हरड का काढ़ा बनाकर पीने से यह त्वचा संबंधी एलर्जी आदि में लाभ देती है। इसके सेवन के लिए हरड़ के फल को पानी में उबालकर इसका काढ़ा बनाएं और दिन में दो बार इसाका नियमित रूप से सेवन करें। फंगल एलर्जी होने पर उपचार के लिए हरड़ के फल और हल्दी को पीस कर बनाए लेप को प्रभावित अंग पर दिन में दो बार लगाएं, एलर्जी जल्द ठीक हो जाएगी। इसके इस्तेमाल से बाल काले, चमकीले बनते हैं। उपयोग के लिए हरड़ के फल को नारियल तेल में उबालकर लेप बनाएं और इसे अपने बालों पर लगाएं।
4 कब्ज की समस्या से परेशान लोगों के लिए हरड़ का प्रयोग वरदान की तरह होता है। जर्नल केमिको बायोलॉजिकल इंटरेक्शन में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक, हरड़ में गल्लिक एसिड नाम का तत्व मौजूद होता है जो एचडीएल और एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करता है और रक्त में प्लाज्मा इंसुलिन बढ़ जाता है। कब्ज दूर करने के लिए हरड़ के पल्प को चुटकीभर नमक के साथ खाएं या फिर 1/2 ग्राम लौंग अथवा दालचीनी के साथ लें।
सेवन से पहले इन बातों का रखें ख्याल
प्रेग्नेंट महिलाओं को हरड़ का चूरन लेने से बचना चाहिए।
अगर आप किसी गंभीर बीमारी से ग्रस्त है, तो डॉक्टरी सलाह के बाद ही हरड़ का सेवन करें।
इसके अधिक सेवन से जलन की समस्या हो सकती है।
इसमें पाए जाने वाले लैक्सेटिव तत्व के चलते ज्यादा मात्रा में खाने से दस्त का कारण भी सि़द्ध हो सकती है।